सामानय जानकारी:
लेखक इन आयतो मे एक ही समानता के बारे मे बताता है कि एलीपज एक ही विचार ड़र पर जोर देता है ।
मुझे ऐसी थरथराहट और कँपकँपी लगी कि
“मुझे डर लगने लगा और काँपने लगा”।
मेरी देह के रोएँ खड़े हो गए
यह बहुत बड़े डर को बढावा देता है।
मेरी देह के रोएँ
“मेरे शारीर पर बाल है”।