hi_tn/job/04/04.md

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सामानय जानकारी:

लेखक इन वाक्यो की दोनो तरह की समानता दिखाता है कि “इसमे वरतमान परेशानियो का वर्णन किया गया है।

सम्भाल

नीचे गिरते हुए लोगो को तूने अपनी बातो से संम्भा‍ल लिया और उन्हे ताकत दी।

गिरते हुओं

यहाँ जो लोग नीचे गिर रहे थे उन्हे बचा लिया।

लड़खड़ाते हुए लोगों को तूने बलवन्त किया

यहाँ एक व्यक्ति की बात की गई है कि जैसे कि उसके घुटनो मे दर्द और उसे खड़े होने के लिए निराशा का सामना करना पड़ता है।

परन्तु अब विपत्ति तो तुझी पर आ पड़ी

यहाँ एक मुसीबत मे आने वाली विपतिओंॱ के बारे मे दर्शाया गया है।

तुझी पर आ पड़ी

“आप निराशा दिखा रहे है”।

उसने तुझे छुआ और तू घबरा उठा क्या परमेश्‍वर का भय ही तेरा आसरा नहीं?

एलीपज आय्‍यूब को उस दुख की घडी मे कहता है कि “हर कोई सोचता है कि तुम परमेश्‍वर का आदर करते हो और हर कोई सोचता है कि तुम ईमानदार हो लेकिन तुम्हें तो परमेश्‍वर ने छोड़ दिया है।

भय ही तेरा

एलीपज के कहने का अर्थ है कि “तुम परमेश्‍वर का ड़र रखते हो”।

तेरी आशा

यहाँ अपने तरीके से अपने व्यवहार को दर्शाया गया है।