hi_tn/job/03/20.md

2.7 KiB

दुःखियों को उजियाला, और उदास मनवालों को जीवन क्यों दिया जाता है?

आय्यूब के इन दोनो वाक्यो एक ही अर्थ है वह सोच रहा है कि जो लोग कठिनाई का सामना करते हैं वे क्यों जीते हैं।

दुःखियों को उजियाला क्यों दिया जाता है?

यहाँ आयूब बहुत बड़े दुख मे रह रहा था कि “मेरे परमेश्‍वर ने हमे जो आज्ञा रहने के लिए मै उसमे सहमत हूँ”।

उजियाला

यहाँ रोश्‍नी जीवन को दर्शाति है।

उदास मनवालों को जीवन क्यों दिया जाता है.. मृत्यु की बाट?

उस व्यक्ति के लिए जो अब जीवित नहीं रहना चाहता, लेकिन फिर भी जीवित है "

वे मृत्यु की बाट जोहते हैं पर वह आती नहीं

वह व्यक्ति को इतने दुख मे रहना बंद कर देना चाहिए।

वे कब्र को पहुँचकर आनन्दित और अत्यन्त मगन होते हैं

यहाँ आय्यूब सपष्ट रुप से कहता है कि मुझे समझ में नहीं आता कि जब व्यक्ति को जमीन में दफनाया जाता है तो परमेश्वर किसी व्यक्ति को जीवित रहने की अनुमति क्यों देता है।

आनन्दित और अत्यन्त मगन होते हैं

इस वाक्य मे “बहुत आनन्‍दित होना” का अर्थ ऎकक समान से खुश होना कि “मै क्या सच मे बहुत खुश हूँ”।

वे कब्र को पहुँचकर

वे बहुत विन्‍म्रता से दफन करने को दर्शाता है कि “जब वह मर गया तो उसे दफना दिया गया”।

कब्र

यहाँ कब्र मौत को दर्शाति है।