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सामानय जानकारी:

इन आयतो मे आय्यूब कहता है कि “मैं चाहता हूँ कि जिस दिन मैं पैदा हुआ था वह अंधेरा हो सकता था“।

वह दिन अंधियारा हो जाए…दिन को अंधेरा कर देनेवाली चीजें उसे डराएँ

यह दो खंड़ो मे आय्यूब के जन्म का अंदकार का वर्णन किया गया है कि आय्यूब के उस समय को दोहराता हुआ पैदा हुआ है।

वह दिन अंधियारा हो जाए

“मै यह चाहता हूँ कि “वह दिन उस समय से गायब हो जाए”।

अंधियारा और मृत्यु की छाया उस पर रहे बादल उस पर छाए रहें

यहाँ अंधकार और मृत्यु की छाया के बारे मे कहा गया है कि यह “आय्यूब के जन्मदिन को दर्शाता है”।

मृत्यु की छाया

यह अंधियारा मौत को दर्शाता है कि मृत्यु एक अंधियारा है।

बादल उस पर छाए रहें

यहाँ एक बादल के बारे मे बात की गई है कि जेसे कि यह एक व्यक्ति अय्यूब के जन्मदिन पर रह सकता है कि “यह बादल के साथ ड़का हुआ है जिसे वह देख सकता है”।

अंधियारा और मृत्यु की छाया उस पर रहे

यह उन चीजो को दर्शाता है जो सूर्य से अंधेरा करता है।

उसे डराएँ

“उस दिन को भयभीत“ दिन की बात की है जैसे कि यह एक व्यक्ति जो अंधेरे से भयभीत हुआ था।