हाय-हाय।
ज़ोर से रोना।
रब्बाह की बेटियों।
रब्बाह नगर की औरतें।
तू अपने देश की तराइयों पर, विशेष कर अपने बहुत ही उपजाऊ तराई पर क्यों फूलती है?
“तुमहे फूलना नही चाहीऐ क्यीकि असल में तुम बलशाली नही हो”
मेरे विरुद्ध कौन चढ़ाई कर सकेगा?
" तुम झूठ सोचते हैं कि कोई तुम्हे हरा नहीं सकता।