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उसने उसको स्मरण न किया।
"अब इसे सहन नहीं कर पा रहा था।
उसकी उपमा देकर श्राप दिया करते हैं, जैसे कि आज होता है।
अत; "कोई भी वहाँ नहीं रहता जैसे आज यहां कोई नहीं रह रहा है।"
धूप जलाकर।
लोग धूप क्यों जलाते हैं, यह स्पष्ट रूप से बताया जा सकता है। अत: "झूठे देवताओं को बलिदान देना।“
तुम उसकी नहीं सुनते थे।
यहाँ "सुनाई देने वाली आवाज " यहोवा के आदेशों को दर्शाता है। अत: "तुम उसकी आज्ञा का पालन नहीं करोगे।“