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पहरे के।

जो लोग पहरे पर थे।

उसको रोटीवालों की दूकान में से प्रतिदिन एक रोटी दी ।

"उसके सेवको ने भी यिर्मयाह को रोटी दी।

उसको रोटीवालों की दूकान में।

“उस गली से यहा रोटी बनाने वाले काम करते थे