hi_tn/jer/32/33.md

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सामान्य जानकारी।

यहोवा ने यिर्मयाह से बात करना जारी रखा।

उन्होंने मेरी ओर मुँह नहीं वरन् पीठ ही फेर दी है।

अत; "मेरे लोगों ने मुझे अनदेखा कर दिया।

सिखाता आया हूँ।

अत; मुझसे सीखने के लिए।

ऐसा घृणित काम।

"उनकी मूर्तियाँ जिनसे मुझे नफरत है।

जो भवन मेरा कहलाता है।

अत; "वह भवन जो मेरा है।

हिन्नोमियों की तराई में।

यह यरूशलेम देश के दक्षिण मे एक घाटी का नाम है, जहा लोगों ने झूठे देवताओं के लिए बलिदान किया है।

यह बात कभी मेरे मन में आई।

अत; कुछ ऐसा जो मैंने कभी करने पर विचार नहीं किया।