hi_tn/jer/30/16.md

1.7 KiB

परन्तु जितने तुझे अब खाए लेते हैं, वे आप ही खाए जाएँगे, और तेरे द्रोही आप सबके सब बँधुआई में जाएँगे;।

“जितने भी देशों ने तुम्हें गुलाम बनाया है, उन्हें गुलाम बनाया जाएगा।“

परन्तु जितने तुझे अब खाए लेते हैं, वे आप ही खाए जाएँगे,

“तो जो लोग तुम्‍हे नष्ट करते है उनके दुश्मन उन्हें नष्ट कर देंगे।“

तेरे लूटनेवाले आप लुटेंगे और जितने तेरा धन छीनते हैं, उनका धन मैं छिनवाऊँगा।

“मै उन लोगो के दुशमनो को उन्‍हे लूटने दूँगा जिन्‍होने युद्ध के समय तुम्‍हे लूटा था।

तेरा नाम ठुकराई हुई पड़ा है।

"उन्होंने तुम्‍हे “रद्द किया हूवा” कहा“ या “ उन्‍होने कहा, कोई भी तुम्‍हे नही चाहता है।

सिय्योन की कोई चिन्ता कौन करता है।

अत; सिय्योन के लोगों की कोई परवाह नहीं करता है।