hi_tn/jer/25/27.md

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सामान्य जानकारी।

परमेश्‍वर ने भविष्यवक्ता यिर्मयाह को जो दर्शन दिया था वह जारी है।

पीओ, और मतवाले हो* और उलटी करो, गिर पड़ो और फिर कभी न उठो, क्योंकि यह उस तलवार के कारण से होगा जो मैं तुम्हारे बीच में चलाऊँगा।

यह आने वाली सजा की अनिवार्यता और इसस बचने की कोशिश की निरर्थकता को दर्शाता है।

तेरे हाथ से यह कटोरा लेकर पीने।

अत; उनकी सजा।

तुम को निश्चय पीना पड़ेगा।

“यह कोई कटोरा नही है जिसका जातीयां पीने को इन्‍कार कर दें। जातीया परमेशवर के न्‍याय की जंग और कुद्रती आपदा का इन्‍कार नही कर सकती”

पीना पड़ेगा।

अत; सजा मिलेगी।

जो नगर मेरा कहलाता है।

यरूशलेम के लोग।

मैं पहले उसी में विपत्ति डालने लगूँगा।

अत; तुम्‍हे सजा दी जाऐगी।

, क्योंकि मैं पृथ्वी के सब रहनेवालों पर तलवार चलाने पर हूँ।

अत; मै उन लोगों को सजा दे रहा हूं जो पृथ्वी पर रहते है।