hi_tn/jer/14/13.md

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सामान्य जानकारी।

यहोवा ने यिर्मयाह से सिर्फ इतना कहा है कि वह यहूदा के लोगो के लिए प्रार्थना न करे।

‘न तो तुम पर तलवार चलेगी।

"आप किसी भी युद्ध का अनुभव नही करेगें।"

शान्ति।

दुशमनो के भये के बिना सफलता मे रहने के बारे मे बात की जाती है जैसे कि यह एक वस्‍तु है जिसे कोई व्‍यक्‍ति दुसरे को दे सकता है।

झूठी भविष्यद्वाणी।

झूठी भविष्यवाणियों को दर्शाने वाले गुणो की बात की जाती है जैसे कि यह खुद एक भविष्यवाणी थी।"भविष्यद्वाणी धोखे से"।

मैंने उनको न तो भेजा।

“मैने उन्‍हे अन्‍य लोगो के लिए भविष्यद्वाणी करने के लिए नही भेजा।“

वे तुम लोगों से दर्शन का झूठा दावा करके अपने ही मन से व्यर्थ करते है।

“दर्शन और झूठा दावा झूठी बाते जो इन नबियो ने खुद कल्पना की है।“

दर्शन........झूठा दावा।

यह भाव ऐसी क्रियाओं के लिए खडै होते है, जिनके बारे मे बात की जाती है कि वे चीजें थी।

अपने ही मन से।

यहां मन को इस तरह कहा गया है जैसे कि वे विचारो को सोचने की सामर्थ्य के बजाय वह स्‍थिर थे।