hi_tn/jer/09/10.md

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सामान्य जानकारी।

यहोवा यहूदा के लोगों के बारे में बोल रहे है। छंद 12, में, यिर्मयाह एक टिप्पणी करता है।

मैं गीत गाऊँगा,.........., जंगल की चराइयों के लिये।

यहोवा इस्राएल की देश के लिए शोक कर रहा है जैसे कि वह एक व्यक्ति था जो मर गया।

जंगल की चराइयों।

“खेत जहाँ जानवर चरते हैं।“

वे ऐसे जल गए हैं।

“क्योंकि किसी ने घास के मैदान और चरागाहों को जला दिया है।"

उनमें पशुओं का शब्द भी नहीं सुनाई पड़ता।

“पशुओं की आवाज कोई नहीं सुनेगा।“

गीदड़ों का स्थान बनाऊँगा।

“सियार के छूपने की जगह।”

गीदड़ों।

“भयंकर जंगली कुत्ते।”

उनमें कोई न बसेगा।

"ऐसी जगहें जहाँ कोई जन नहीं रहते हैं।

जो बुद्धिमान पुरुष हो वह इसका भेद समझ ले।

“यदि आपके नबी वास्तव में बुद्धिमान हैं, तो उन्हें पता होना चाहिए कि देश क्यों बर्बाद हो गया है।“

जिसने यहोवा के मुख से इसका कारण सुना हो वह बता दे।

“यदि यहोवा वास्तव में तुम्हारे नबियों से बात करता है, तो वे तुम्हें यह बताने में सक्षम हों कि यहोवा देश के विनाश के बारे में क्या कहता है।“

क्यों वह जंगल के समान ऐसा जल गया।

"लेकिन आपके नबी बुद्धिमान नहीं हैं और यहोवा उनसे बात नहीं करता है, इसलिए वे नहीं जानते कि देश क्यों बर्बाद हो रहा है।“