hi_tn/jer/09/04.md

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सामान्य जानकारी।

यहूदा के लोगों के बारे में यहोवा यिर्मयाह के साथ बात करना जारी रखता है।

अपने-अपने संगी।

अपने" शब्द यहूदा के लोगों को दर्शाता है।

चौकस रहो, अपने भाई पर भी भरोसा न रखो।

अपने साथी इस्त्रााएलियों पर भरोसा न करें, और अपने भाई पर भी भरोसा न करें।

हर एक पड़ोसी लुतराई करते फिरेंगे।

एक दूसरे के बारे में गलत तरीके से झूठ बोलना इस तरह से बोला जाता है जैसे वह बदनामी में चल रहे थे।

वे एक दूसरे को ठगेंगे और सच नहीं बोलेंगे।

सभी लोग एक दूसरे को ठगेंगे पर, और वे सच नहीं बताते हैं"

उन्होंने झूठ ही बोलना सीखा है।

“वे ऐसी चीजें सिखाते हैं जो सच नहीं हैं।

और कुटिलता ही में परिश्रम करते हैं

"वे जयादा पाप करते-करते थक गए हैं"

तेरा निवास छल के बीच है।

यहोवा यिर्मयाह से बात कर रहा है। कि झूठों के बीच रहने की बात की जाती है जैसे कि वह धोखे के बीच में रह रहे थे।

छल ही के कारण वे मेरा ज्ञान नहीं चाहते।

इन सब को झूठ बताते हुए, यहूदा के लोग मुझे परमेश्‍वर मानने से इनकार करते हैं।"

यहोवा की यही वाणी है।

जो यहोवा ने कहा है।