hi_tn/jer/06/06.md

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वृक्ष काट-काटकर।

वृक्ष को काट दो। “ यहोवा उस सेना से बात कर रहा है। जो यरूशलेम पर हमला करेगी।

मोर्चा बाँधो.

मोर्चा बाँधो। “ ये मिट्टी के मोर्चा है जो दुश्‍मन को यरूशलेम की दीवारो पर हमला करने की अनुमति देंगे।

इसमें अंधेर ही अंधेर भरा हुआ है।

क्‍योकि इसके लोग हमेशा एक दूसरे पर जुल्‍म ढा रहे है।

जैसा कुएँ में से नित्य नया जल निकला करता है।

कुएँ को पानी देना चाहिए जैसे की कुएँआ पानी के साथ रहता है यरूशलम अपनी दुष्टता मे रेहता है बले ही यहोवा उसे सजा दे।

इसमें उत्पात और उपद्रव का कोलाहल मचा रहता है।

मैने उसके बारे मे उपद्रव और कोलाहल सुना है।

चोट और मार पीट मेरे देखने में है।

मै लगातर बीमारी और पीडा देख रहां हुं।

यरूशलेम, ताड़ना से ही मान ले।

यहोवा यरूशलेम से बात करता है जैसे कि वह एक व्यक्ति था। अत; अपनी सजा से सीखें, तुम यरूशलेम के लोगो।”

निर्जन भूमि।

“एक ऐसी भूमि जिसमें कोई भी व्यक्ति नही रहता“