hi_tn/jer/05/20.md

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सामान्य जानकारी।

यहोवा इस्राएल के लोगों से बात कर रहे हैं।

प्रचार करो।

“ये बताओ"।

याकूब के घराने।

इन दो वाक्‍या का मतलब एक ही है।और जोर दिया जाता है अत; आप सभी याकुब के वंशज है।

यहूदा में यह सुनाओ।

"यहूदा में इसकी घोषणा करें"

हे मूर्ख औरलोगों।

ऐसे लोग जो निर्बुद्धि होते है। अत; “जो लोग समझ नही सकते है।“

तुम जो आँखें रहते हुए नहीं देखते।

अत; “तेरे पास आँखें हैं लेकिन तुम समझ नहीं पा रहे हो कि मैं क्या कर रहा हूँ।“

जो कान रहते हुए नहीं सुनते, यह सुनो।

अत; “तेरे पास कान है लेकिन तुम समझ नही पा रहे है कि मै आपको क्‍या बता रहा हूं।“

यहोवा की यह वाणी है।

जो यहोवा ने कहा है।

क्या तुम लोग मेरा भय नहीं मानते..….....सम्मुख।

यहोवा इस प्रश्‍न का उपयोग इस बात पर जोर देने के लिए करते है कि लोग बहुत ही मूर्ख हैं क्योंकि वे यहोवा से डरते नही है। अत; यह मूर्खता है कि तुम मुझसे डरते नहीं है,..............,सम्मुख।

क्या तुम मेरे सम्मुख नहीं थरथराते।

अत; “मेरे सम्‍मुख डर से कांपो।“

मैंने रेत को समुद्र की सीमा ठहराकर युग-युग का ऐसा बाँध ठहराया

“मैने रेत को समुद्र के लिए सिमा के रूप में रखा।“

ऐसा बाँध ठहराया कि वह उसे पार न कर सके।

हमेशा के लिए एक सीमा जो इसे पार नहीं कर सकती है"।

उठें, तो भी वे प्रबल न हो।

"आगे और पीछे पटकना

वह उसे पार न कर सके।

“सीमा पर काबू पाने मे सफल नही हआ।“