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ससे कहा, “तेरा मन तो मुझसे नहीं लगा, फिर तू क्यों कहता है, कि मैं तुझ से प्रीति रखता हूँ?

दलीला ने शिमशोन से से सपष्ट रुप से यह प्रश्‍न पूछा कि “अगर तुम मुझसे प्यार करते हो तो मुझे भी उस रहस्य के बारे मे बताओ”।

उसको तंग किया…यहाँ तक हठ किया

यहाँ लेखक कैसे दलीला शिमशोन को मनाने की कोशिश करता है कि अगर वह उस पर दबाव डाल रहे थे उसे समझाने के लिए उसे बताओ कि वह क्या जानना चाहता है की बात करता है जैसे कि "उसे मनाने के लिए कड़ी मेहनत की ... उसे मनाने की कोशिश कर रखा है"।

बातें करते-करते उसको

यह जो शब्‍द दलीला ने शिमशोन को कहे उसे दर्शाया गया है कि “उसने उस से क्या कहा”।

यहाँ तक हठ किया, कि उसकी नाकों में दम आ गया

लेखक यहाँ शिमशोन का गुस्सा होकर वहा से उसके जाने को दर्शाता है कि “वह पूरी तरह से दुखी था”।