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कीशोन नदी ने उनको बहा दिया

क्योकि भारी बारिश होने के वाद नदी के पानी मे सारेरथ बह गये और सारे सेनिक मिट्टी मे धस गये। कि कीशोन नदी मे बाढ़ आ गयी और सीसरा के सारे सैनिक बह गये।

कीशोन

यह एक नदी का नाम है।

हे मन, हियाव बाँधे आगे बढ़

यहाँ “आत्‍मा पूरै व्यक्ति को दर्शाति है। और “मेरा” दबोरा को दर्शाति है।

उस समय घोड़े के खुरों से टाप का शब्द होने लगा–उनके बलिष्ठ घोड़ों के कूदने से यह हुआ

फिर मैंने घोड़ों की आवाज़ सुनी जो दूर भाग रही थी। सिसरा के पराक्रमी घोड़े भाग रहे थे।

बलिष्ठ

बहुत तेज दोड़ना।