सामानय जानकारी:
दबोरा और बाराक ने कविता के गीत को गाना जारी रखा।
आस-पास धनुर्धारियों की बात के कारण
यहाँ “आवाजे” लोगो के गीत गाने को दर्शाती है कि “उन लोगो को सुनो”।
प्रजा के लोग फाटकों के पास गए
यहाँ “फाटक” पूरे नगर को दर्शाते है कि “शहरो की ओर वापस जाना”।