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उसे दी गई

यहाँ सपष्ट रूप से कहा जा सकता है कि “परमेश्‍वर ने उन्हे दी”।

तिम्नथेरेस

यह देश के श्रेत्र का नाम है।

गाश नामक पहाड़

यह एक पर्वत का नाम है।

उस पीढ़ी के सब लोग भी अपने-अपने पितरों में मिल गए

इन वाक्यो में “जो उसने अपने पिता के लिए इकट्ठा किया” का अर्थ है कि उस पीढी के लोग मर गये और उनके पूर्वजों की आतमा वही है इसको बहुत ही विन्रम तरीके से कहा गया है कि वह मर गये।

पितरो

इसका अर्थ है कि गोत्रो के समूह।

दूसरी पीढ़ी हुई

“पुरानी पीढ़ी के बाद”।

न तो यहोवा को जानते थे

यहाँ “पता नही था“ का अर्थ यह है कि उन्हें यहोवा का अनुभव नहीं था यां उनकी शक्ति जिस तरह से पिछली पीढ़ी की थी।।