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तुम्हारे निकट आएगा

“तुम्हारे” अर्थात याकूब के पाठक

हे पापियों, अपने हाथ शुद्ध करो; और हे दुचित्त लोगों अपने हृदय को पवित्र करो।

“अपने हाथों को शुद्ध करो” अर्थात “अपने मन पवित्र करो” तथा “हे पापियों” अर्थात “दुचित्त लोगों”

अपने हाथ शुद्ध करो

इसके संभावित अर्थ हैं 1) मनुष्य का आचरण एवं कर्म या 2) मनुष्य अपने पापी स्वभाव एव कर्मों का प्रायश्चित करे। इसका अनुवाद होगा, “ऐसा आचरण रखो जिससे परमेश्वर का महिमान्वन हो।”

अपने हृदय को पवित्र करो।

“हृदय” मनुष्य के विचारों और भावनाओं के लिए लाक्षणिक उपयोग है। इसका अनुवाद इस प्रकार हो सकता है, “अपने विचारों से परमेश्वर का महिमान्वन करो।”

दुचित्ते

यह एक लाक्षणिक उपयोग है जो मनुष्य के निर्णय लेने में अस्थिरता को दर्शाता है। इसका अअनुवाद इस प्रकार भी किया जा सकता है, “चंचल मन के मनुष्य” या “ऐसे मननुष्य जो परमेश्वर की आज्ञा का पालन करने या न करने का निर्णय नहीं ले सकते।”

दुखी हो और शोक करो

दो रूपों में एक ही बात पर बल देना। “गहरा दुख मनाओ।”

तुम्हारी हंसी शोक में और तुम्हारा आनंद उदासी में बदल जाये।

बल देने के लिए एक ही बात को दो रूपों में व्यक्त करना। “अपना हर्षोल्लास तुरन्त समाप्त करके परमेश्वर से याचना करो कि तुम्हें दुख है।”

प्रभु के सामने दीन बनो।

“परमेश्वर के समक्ष विनीत बनो।”

वह तुम्हें शिरोमणि बनायेगा

इस मुहावरे का अनुवाद हो सकता है, “वह तुम्हें प्रतिष्ठित करेगा”