hi_tn/jas/03/11.md

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हमारी जीभ के द्वारा आशीर्वाद और शाप दोनों नहीं निकलना है। इसके बाद याकूब प्रकृति के उदाहरण देता है जिसमें ऐसे दो विपरीत काम नहीं होते हैं।

क्या सोते के एक ही मुंह से मीठा और खारा जल दोनों निकलता है?

याकूब इस प्रभावोत्पादक प्रश्न द्वारा पाठकों को प्रकृति के युक्ति युक्त क्रम की शिक्षा दे रहा है। इसका वैकल्पिक अनुवाद होगा, “सोता मीठा और खारा जल दोनों नहीं देता है।”

हे भाइयों

“विश्वासी भाइयों और बहनों”

क्या अंजीर के पेड़ में जैतून और दाख की लता में अंजीर लग सकते हैं?

याकूब एक और प्रभावोत्पादक प्रश्न पूछ कर प्रकृति के युक्ति युक्त क्रम को समझाता है। वैकल्पिक अनुवाद, “अंजीर के पेड़ में जैतून और दाख की लता में अंजीर नहीं उग सकते हैं।”