hi_tn/jas/03/09.md

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इसी से

अपनी जीभ ही के द्वारा हम ऐसे शब्दों का उच्चारण करते हैं..

इसी से

“और इसी के द्वारा शब्दों के उच्चारण से...”

श्राप देते हैं

परमेश्वर से कहते हैं कि किसी की हानि करे।(यू.डी.बी)

परमेश्वर के स्वरूप में उत्पन्न हुए हैं।

“जिसे परमेश्वर ने अपने स्वरूप में सृजा है”

एक ही मुंह से

“एक ही मुंह दोनों बातें कहता है”

हे मेरे भाइयों

“मेरे विश्वासी भाई बहन”

ऐसा नहीं होना चाहिये

“ऐसा अनुचित है।”