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2.2 KiB

धन्य है वह मनुष्य

“वह मनुष्य प्रसन्न है”

जो परीक्षा में स्थिर रहता है।

“कष्टों के समय विश्वास में दृढ़ रहता है।”

खरा निकल कर

“कष्टों को दृढ़ रहकर सहन कर लेता है।”

पायेगा

“परमेश्वर उसे देगा”

जीवन का मुकुट पायेगा

जीवन का मुकुट पाना, परमेश्वर से अनन्त जीवन पाने के लिए आलंकारिक उपयोग है। यह उसका पुरूस्कार है। “वह शाश्वत जीवन का प्रतिफल पायेगा।”

जिसकी प्रतिज्ञा प्रभु ने अपने प्रेम करने वालों से की है।

“परमेश्वर ने उन लोगों के लिए जीवन के मुकुट की प्रतिज्ञा की है जो उससे प्रेम करते हैं।”

जब किसी की परीक्षा हो।

“जब किसी में बुराई करने की इच्छा उत्पन्न हो।”

मेरी परीक्षा परमेश्वर की ओर से होती है।

“परमेश्वर मुझे बुरा काम करने के लिए प्रेरित कर रहा है।”

न तो बुरी बातों से परमेश्वर की परीक्षा हो सकती है।

“परमेश्वर में बुरा काम करने की इच्छा नहीं है।”

न वह किसी की परीक्षा आप करता है।

“परमेश्वर किसी को भी बुरा काम करने के लिए प्रेरित नहीं करता है।”