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मैं यहोवा के कारण अति आनन्दित होऊँगा*

“मैं” परमेश्‍वर के लोगो को दर्शाता है ऐक व्‍याकित के रूप में कहता है जिसको यहोवा ने दोबारा खड़ा किया है”

उसने मुझे उद्धार के वस्त्र पहनाए, और धार्मिकता की चद्दर ऐसे ओढ़ा दी है

परमेश्‍वर के लोग एक व्‍याकित के रूप में कह रहें हैं उनकी मुक्ति और धार्मिकता दूर से ही सबको दिखाई दे रही है । "वस्त्र" और "लिबास" ऐसे कपड़े हैं जिन्हें हर कोई देख सकता है।

जैसे दूल्हा फूलों की माला से अपने आपको सजाता और दुल्हन अपने गहनों से अपना सिंगार करती है।

यह तुलना बोलने वाले की अतिअंत खुशी, हर्ष, मनोवत को दर्शाती है

पगड़ी

यह एक लंबा कपड़े का हिस्‍सा है जो सर के चारो ओर बांधा जाता है।

जैसे भूमि अपनी उपज को उगाती, और बारी में जो कुछ बोया जाता है उसको वह उपजाती है,

“जैसे बीज भूमि में बोऐ जाते है मिट्टी में से उपजते है और बड़े होते है”

धार्मिकता और धन्यवाद को बढ़ाएगा।

यह भाव इन गुणों का वर्णन करता है बीज से वैसे उगते हैं जैसे पौधे करते हैं।