hi_tn/isa/59/16.md

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सामन्‍य जानकारी

यशायाह लगातार बाते कर रहा है।

उसने देखा कि कोई भी पुरुष नहीं, और इससे अचम्भा किया कि कोई विनती करनेवाला नहीं;

यहोवा चकित है कि पीड़तो में से कोई भी मदद के लिऐ नही आया।

तब उसने अपने ही भुजबल से उद्धार किया,

“भुज” योग्‍यता और बल को प्रकट करती है अत”यहोवा ने अपने बल का ईसतेमाल करके लोगो को बचाया है”

अपने धर्मी होने के कारण वह सम्भल गया।

"लोगों को बचाने के लिए यहोवा ने अपनी शक्ति का उपयोग किया।"