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सामन्‍य जानकारी

यहोवा लगातार यरूशलम के लोगो से बात कर रहा है।

जिस प्रकार से वर्षा ...वहाँ ऐसे ही लौट नहीं जाते,

यह संभवतः बारिश और बर्फ के वाष्पीकरण का विवरण है।

उसी प्रकार से मेरा वचन...जिस काम के लिये मैंने उसको भेजा है उसे वह सफल करेगा

यहोवा अपने वचन के बारे में कहता है जैसे कि वह कोई व्‍याकित है जिसे दूत की तरह काम पूरा करने को भेजता है।

मेरा वचन भी होगा जो मेरे मुख से निकलता है;

“वचन जो मैं बोलता हूँ।”

वह व्यर्थ ठहरकर मेरे पास न लौटेगा

“अपना काम पूरा करने में असफल नही होता।”

परन्तु, जो मेरी इच्छा है उसे वह पूरा करेगा*, और जिस काम के लिये मैंने उसको भेजा है उसे वह सफल करेगा।

“परन्‍तु जो मैं चाहूँ वही मैं करुँगा और जो मैं कहूँ वही होगा।”