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सामन्‍य जानकारी

यहोवा लगातार यरूशलम के लोगो से बात कर रहा है।

जो भोजनवस्तु नहीं है, उसके लिये तुम क्यों रुपया लगाते हो,

“जो भोजन नही है तुम उसके लिऐ चांदी का भाव कियो करते हो।”

तुम क्यों रुपया लगाते हो

यह इस बात को दर्शाता है कोई किसी चीज के भुगतान के लिऐ चांदी के सिको की गिनती कर रहा। “पैसे से भुगतान कर रहा है।”

जो भोजनवस्तु नहीं है,

“खाने की कुछ चीजे जो असल में खाना नही है।”

जिससे पेट नहीं भरता उसके लिये क्यों परिश्रम करते हो?

“जिनसे तुम्‍हारा पेट नही भरता उन पर पैसा खरच करने को तुम्‍हे मजदूरी नही करनी चाहीऐ।”

तब उत्तम वस्तुएँ खाने पाओगे और चिकनी-चिकनी वस्तुएँ खाकर सन्तुष्ट हो जाओगे।

आशिश और खुशी के लिऐ लोग यहोवा पर विश्‍वास करते है जो इस तरह कहा गया है जैसे के वह खाना खा रहे है और उनका पेट भर रहा है।

चिकनी-चिकनी वस्तुएँ

यह चिकनाई से भरे हुवे मास को दर्शाता है “बहुत अच्‍छा खाना।”