hi_tn/isa/53/07.md

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समान्‍य जानकारी

यशायाह लगातार यहोवा के दास का वर्नण कर रहा है।

वह सताया गया

“उन्होंने उसके साथ कठोर व्यवहार किया।”

अपना मुँह न खोला;

“उसने कोई विरोध नहीं किया।”

जिस प्रकार भेड़ वध होने के समय और भेड़ी ऊन कतरने के समय चुपचाप शान्त रहती है,

यशायाह दास की तुलना एक भेड़ और मेमने से है और भेड़ उसके शांत रहने पर जोर देती है जैसे लोग उसे मार और अपमानित कर रहे थे।

जिस प्रकार भेड़ वध होने के समय

एक दम वेसे ही जैसे भेड शांत रहती है जब व्‍याकित उसका वध करता है।”