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सामन्‍य जानकारी

यह उन लोगो को दर्शाता हे जिनको प्रमेशवर बचा लिय है। “जिनको परमेश्‍वर ने छूड़ा लिया है।”

यहोवा के छुड़ाए हुए

“जिनको यहोवा ने छूड़ाया है।”

उनके सिरों पर अनन्त आनन्द गूँजता रहेगा

“वह सदा के लिऐ आनंदित रहेंगे।”

हर्ष और आनन्द....शोक और सिसकियों

शब्‍द हर्ष और आनन्‍द दोनो का एक ही अर्थ है, वेसे ही शोक और विरलाप दोनो भाव की तीव्रता पर जोर देते है।

वे हर्ष और आनन्द प्राप्त करेंगे

“वह आनन्‍द और हर्ष से भर जाऐंगे।”

शोक और सिसकियों का अन्त हो जाएगा

“उन्‍मे फिर कभी शोक और विरलाप नही रहेगा।”