hi_tn/isa/51/09.md

2.1 KiB

हे यहोवा की भुजा, जाग! जाग और बल धारण कर;

“जाग जाग यहोवा और अपनी भूजायो का बल धारन कर“

जाग! जाग...यहोवा की भुजा

“लोग ऐसे कहते है जैसे कि यहोव कि भजाऐं सो रही थी क्‍योकि वह उनकी मदद नही कर रही थी। वह उसकी मदद चाहते है। “जाग” शब्‍द बार-बार आया है जो इस बात को दर्शाता है कि उनको प्रमेशवर की सखत जरूरत है।

बल धारण कर

“अपने आप को मजबूत कर”

क्या तू वही नहीं है जिसने रहब को टुकड़े-टुकड़े किया* और अजगर को छेदा?

“यह तूँ ही है जिसने समुद्र के रहब को कुचला था, यह तूँ ही है जिसने अजगर को छेदा”

जिसने रहब को...अजगर को

इन दोनो का एक ही मतलब है यह रहब को दर्शाते है, एक कालपनिक सांप जो समुद्र में रहता है जो कि मिस्र राज्‍य का प्रतीक है या बूराई और अराजकता का प्रतीक है।

क्या तू वही नहीं जिसने समुद्र को अर्थात् गहरे सागर के जल को सूखा डाला...अपने छुड़ाए हुओं के पार जाने के लिये मार्ग निकाला था?

“तू समुद्र को सुखाता है...छूड़ाऐ हुवो के पार जाने के लिऐ”