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सामन्‍य जानकारी

यहोवा का इस्राएल के लोगो से बाते करना जारी है।

इसका क्या कारण है कि जब मैं आया तब कोई न मिला? और जब मैंने पुकारा, तब कोई न बोला?

“जब मैं तेरे पास आता हूँ तुम्‍हे वहा होना चाहीऐ पर तुम नही थे, जब मैंने तुझे पूकारा तुम्‍हे उत्तर देना चाहीए था पर तुम्‍ने नही दिया।”

क्या मेरा हाथ ऐसा छोटा हो गया है कि छुड़ा नहीं सकता? क्या मुझ में उद्धार करने की शक्ति नहीं?

“अचानक मैं तुझे अपनी शकती से विरोधीयो से बचा लूँगा।”

क्या मेरा हाथ ऐसा छोटा हो गया है

“क्‍या मैं ईतना मजबूत नही हूँ”

क्या मुझ में उद्धार करने की शक्ति नहीं?

“क्‍या मेरे पास शकती नही है।”

मैं महानदों को रेगिस्तान बना देता हूँ

मैं नदियों को रेगिस्तान की तरह सूखा देता हूं।"

उनकी मछलियाँ जल बिना मर जाती और बसाती हैं।

"उनकी मछली मर जाती है और पानी की कमी के कारण सड़ जाती है।"

मैं आकाश को मानो शोक का काला कपड़ा पहनाता, और टाट को उनका ओढ़ना बना देता हूँ।”

“मैं आकाश को इस तरह काला करता हूँ जैसे कि उसने शोक का काला कपड़ा पहिना हौ।”