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सामन्‍य जानकारी

यहोवा की इस्राएल के लोगो के साथ बात जारी है।

अपने ही नाम के निमित्त मैं क्रोध करने में विलम्ब करता हूँ,

यहा पर “नाम” शब्‍द यहोवा के मान सम्‍मान को दर्शाता है। “अपने नाम की खातिर अपने करोध को धीमे रखता हूँ।”

अपनी महिमा के निमित्त अपने आपको रोक रखता हूँ,

वाक्य के इस भाग का मतलब मूल रूप से पहले भाग के समान है।

देख, मैंने तुझे निर्मल तो किया, परन्तु, चाँदी के समान नहीं; मैंने दुःख की भट्ठी में परखकर तुझे चुन लिया है।

यहोवा अपने लोगो को पीड़ा के साथ निर्मल करने को इस तरह कहता है जैसे के वह कीमती धांत है पीड़ा एक भठी है जिसमें वह उनको निर्मल करता है।

मेरा नाम क्यों अपवित्र ठहरे?

“क्योंकि मैं किसी को अपना नाम बदनाम करने की अनुमति नहीं दे सकता।"