hi_tn/isa/45/07.md

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सामन्‍य जानकारी

यहोवा की बाते जारी है।

मैं उजियाले का बनानेवाला और अंधियारे का सृजनहार हूँ, मैं शान्ति का दाता और विपत्ति को रचता हूँ

सारे जगत पर यहोवा ही की प्रभूता है।

आकाशमण्डल से धार्मिकता की वर्षा हो...धार्मिकता भी उसके संग उगाए

यहोवा अपनी धार्मिकता की बात करता है जैसे कि वह वर्षा थी जो पृथ्वी पर गिरती है, और उसकी धार्मिकता और मोक्ष पृथ्वी पर उगने वाले पौधों के रूप में है।

हे आकाश

यहोवा पल-पल अपने लोगों से अपना ध्यान हटाता है और स्वर्ग से बात करना शुरू करता है।