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सामान्‍य जानकरी

यहोवा का कहना जारी है।

मैंने एक को उभारा

"मैंने एक को नियुक्त किया है"

वह पूर्व दिशा से है

“पूर्व से”

मेरा नाम लेता है

“वह यहोवा की आराधना करता है”

वह हाकिमों को कीच के समान लताड़ देगा।

“वह हाकमो को हरा देंगा”

जैसा कुम्हार गीली मिट्टी को लताड़ता है,

यहोवा उस तरीके की तुलना करता है जिसमें यह व्यक्ति दूसरे शासकों को इस तरह से रौंदता है जैसे कि एक कुम्हार मिट्टी को पानी में मिलाता है।

किसने इस बात को पहले से बताया था, जिससे हम यह जानते? किसने पूर्वकाल से यह प्रगट किया जिससे हम कहें कि वह सच्चा है?

यह हम जानते है कि आदि से भी किसी भी मूर्ती ने यह घोषना नही की और उनमें से किसी ने भी समय से पहले घोषना नही की कि हम यह कह सके कि “वह‍ सच्‍चा है”

कोई भी बतानेवाला नहीं, कोई भी सुनानेवाला नहीं, तुम्हारी बातों का कोई भी सुनानेवाला नहीं है।

“वासतव में किसी भी मूर्ती ने यह नही बताया। वासतव में कोई भी तेरी सुनने वाला नही।