hi_tn/isa/40/27.md

1.4 KiB

हे याकूब, तू क्यों कहता है, हे इस्राएल तू क्यों बोलता है...चिन्ता नहीं करता?

“हे इस्राएल के लोगो, तुम्हे यह नही कहना चाहीऐ था...प्रमाण”

हे याकूब, तू क्यों कहता है, हे इस्राएल तू क्यों बोलता

“हे इस्राएल के लोगो, तुम्ने यह क्‍यों कहा”

“मेरा मार्ग यहोवा से छिपा हुआ है

“यहोवा नही जानता के मुझे क्‍या हुवा है”

मेरा परमेश्‍वर मेरे न्याय की कुछ चिन्ता नहीं करता”

"मेरे परमेश्‍वर को मेरे साथ उचित व्यवहार करने की चिंता नहीं है।"

क्या तुम नहीं जानते? क्या तुमने नहीं सुना?

"आप निश्चित रूप से जानते हैं और सुना है!"

पृथ्वी भर का सृजनहार

“सारी धरती”