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सामान्‍य जानकारी

हिजकिय्‍याह अपनी लिखित प्रार्थना में जारी है”

मेरा घर चरवाहे के तम्बू के समान उठा लिया गया है

“यहोवा ने मेरे जीवन को इस तरह ले लिया है जैसे कि एक चरवाहा अपने तम्‍बू को झट से लपेटता है और अपने रास्ते चल पड़ता है”

मेरा घर उठा लिया गया है

“यहोवा ने मेरे जीवन को ले लिया है”

मैंने जुलाहे के समान अपने जीवन को लपेट दिया है; वह मुझे ताँत से काट लेगा;

“तूने मेरे जीवन को जलद ही खतम कर दिया है, जैसे कि जुलाहा अपने ताँत से कपड़े को काटता है जब उसका काम खतम हो जाता है”

वह काट लेगा

यहां पर “वह” एक वचन है जो के परमेश्‍वर हो दर्शाता है”

ताँत

“एक यंत्र जिसका इस्तेमाल करके धागे को बुन कर कपड़ा बनाया जाता है”

वह सिंह के समान मेरी सब हड्डियों को तोड़ता है

“मेरा दर्द इतना ज्यादा था जैसे कि सिंह ने मुझे फाड़ दिया हो”