hi_tn/isa/37/28.md

1.7 KiB

सामान्‍य जानकारी

यहोवा का संदेश अश्‍शूर के राजा को जारी है।

मैं तो तेरा बैठना, कूच करना और लौट आना जानता हूँ;

“जो- जो तू अपनी जिंदगी मे करता है मैं सब जानता हूँ”

और यह भी कि तू मुझ पर अपना क्रोध भड़काता है।

“तू मेरे विरुध कैसे क्रोधित हो गया”

तेरे अभिमान

“तुम्हारे घमण्‍ढ़ से भरे बोल“

तेरे अभिमान की बातें मेरे कानों में पड़ी हैं

“मैंने तुम्हारी घमण्‍ढ़ से भरी हूई बातो को सुना है”

मैं तेरी नाक में नकेल डालकर और तेरे मुँह में अपनी लगाम लगाकर

“मैं तुझे नियंत्रण में करूँगा जैसे कोई आदमी जानवरो को उनके नाक में और थोड़ी सी मुँह में नकेल ढाल के नियंत्रण करता है“

जिस मार्ग से तू आया है उसी मार्ग से तुझे लौटा दूँगा।

“मैं तुझे अपने देश वापिस जाने को मजबूर कर दूँगा”