hi_tn/isa/34/03.md

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उनके मारे हुए फेंक दिये जाएँगे,

“कोई भी उनकी लाशो को दबाऐगा नही”

उनके मारे हुए

“वह जो मर चुके है”

उनके लहू से पहाड़ गल जाएँगे

“पहाड़ उनके खून से ढक जाऐंगे”

आकाश कागज के समान लपेटा जाएगा।

“यहोवा आकाश को इस तरह लपेट देगा जेसे कि कोई व्‍याकित कागज लपेटता है”

आकाश के सारे गण जाते रहेंगे और आकाश कागज के समान लपेटा जाएगा। और जैसे दाखलता या अंजीर के वृक्ष के पत्ते मुर्झाकर गिर जाते हैं,

“और आकास के तारा गण नीचे गिर जाऐंगे जेसे कि पते धाख की बेल से और अंजीर पेड़ से”