यशायाह यहोवा के लिए कविता के रूप मेंअश्शूरो से बोल रहा है।
“जिनको दूसरो ने नाश नही किया”
“दूसरे तुम्हारा नाश कर देंगे”
“दूसरे तुम्हें साथ धोखा देंगे“