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सामान्‍य जानकारी

यशायाह लगातार बोल रहा है।

थरथराओ

“ड़र से कांपना”

सुखी

“सूरक्षित” या “निशचिंत”

अपने-अपने वस्त्र उतारकर

यहां पर वस्‍त्र उतारने का मतलब नंगा होना नही है। “अपने अच्छे कपड़े उतार दो”

अपनी-अपनी कमर में टाट कसो।

“अपनी कमर पे टाट बांध लो जैसे शोक करते हो”

वे मनभाऊ खेतों और फलवन्त दाखलताओं के लिये छाती पीटेंगी।

"आप अपने सुखद क्षेत्र और फलदायी बेल के कारण विलाप करोगे"

भाँति-भाँति के कटीले पेड़

काँटे और जंगली गूलाब इस्तेमाल अकसर शहर और भूमी की तबाही का प्रतीक होते थे।

हर्ष भरे घरों में

“तुम्हारे घर यहां तुम पहले सुखद रहते थे”

वरन् प्रसन्‍न नगर

“तुम्हारा खूशीयो से भरा शहर” यहां “प्रसन्‍न” का अर्थ खुशी मनाना है।