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सामान्‍य जानकारी

यशायाह लगातार यहूदा के लोगो से बात कर रहा है।

विपत्ति की रोटी और दुःख का जल भी दे

यहां "रोटी" और "पानी" बहुत गरीब व्यक्ति का आहार बनाते हैं। पूरा वाक्यांश लोगों के कठिन समय और गरीबी का प्रतिनिधित्व करता है।

तुम्हारे उपदेशक

“यह यहोवा को दर्शाता है”

तुम अपनी आँखों से अपने उपदेशकों को देखते रहोगे

“तुम अपने आप अपने उपदेशको को देखोगे”

तुम्हारे कानों में पड़ेगा

“तुम सुनोगे”

तुम्हारे पीछे से यह वचन

“यहोवा को इन्कार करना को इस तरह बताया गया है जैसे कि कोई व्‍यक्‍ति यहोवा के मार्ग से ईधर-उधर मुड़ता है”

“मार्ग यही है, इसी पर चलो।”

यहोवा चाहता है कि उसके लोग कैसे व्‍यहवार करे को इस तरह कहा गया है जैसे यह रास्ता और मार्ग है। यहोवा कि आग्‍या को करना को इस तरह कहा गया है जैसे कि वह यहोवा के मार्ग पर है

और जब कभी तुम दाहिनी या बायीं ओर मुड़ने लगो

“यहोवा को इन्कार करना को इस तरह बताया गया है जैसे कि कोई व्‍यक्‍ति यहोवा के मार्ग से ईधर-उधर मुड़ता है”