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तू संकट में दीनों के लिये गढ़... शरण...दरिद्रों के लिये उनकी शरण...तपन में छाया का स्थान

यहोवा अपने लोगो की रक्षा करता है, जैसे कि वह एक स्‍थान है जहाँ लोग अपने बचाओ और शांती के लिए आते है।

जब भयानक लोगों का झोंका दीवार पर बौछार के समान होता था

भययानक लोग परमेश्‍वर के लोगो को सताते है। ऐसे कहा जाता है जैसे कि झोंका दीवार को पीट रहा हो।

जब झोंका

“जब हवा” और “जब धमाका”

भयानक लोगों

“बेरहम लोग”, “वह लोग जो बेरहम है”

जैसे निर्जल देश में बादल की छाया से तपन

यह इस बात पर जोर देता है कि दुश्मन कितना परमेश्‍वर के लोगो को सताऐंगे।

जैसे निर्जल देश में बादल की छाया से तपन...क्रूर लोगों को जयजयकार बन्द करता है।

यहोवा बेरहम लोगो को गाना गाने से और वैभव को रोक देगा की तुलना बादल की तपछ के दिन छाया देने से है। यह इस बात पर जोर देता है कि जो उनको सताते है उनको रोक कर यहोवा अपने लोगो को शांती देगा।

जैसे निर्जल देश में बादल की छाया से तपन* ठण्डी होती है

“ठीक वैसे जैसे बादल सर के ऊपर आ कर तपन को कम करता है”

क्रूर लोगों को जयजयकार बन्द करता है।

“तू बेरहम लोगो को गाने से रोकेगा।”