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सामान्‍य जानकारी

परमेश्वर एक दाख की बारी में एक किसान के बारे में दृष्टांत का उपयोग करता है ताकि वह यह बता सके कि वह एक निश्चित राष्ट्र के लिए क्या करेगा।

यहोवा ने मुझसे यह कहा है

“यहोवा ने मुझसे कहा” यहा पर “मुझसे” शब्‍द यशायाह को दर्शाता है।

मैं शान्त होकर निहारूँगा*

”मैं शान्‍ती से अपने घर से निहारूगा जाती जाती के लोग क्या कर रहे है”

धूप की तेज गर्मी या कटनी के समय के ओसवाले बादल के समान

यह वाक्‍यांश दिखाता है कि कैसे परमेश्‍वर शान्‍ती से राज्‍य को देखेगा।

दाख तोड़ने के समय से पहले

“दाख तोडने से पहले”

जब फूल, फूल चुकें,

“जब फूलो का दाख की बारी पे बड़ना बंद हो गया हो”

वह टहनियों को हँसुओं से काट डालेगा,

“जब टहनीया फल नही देती वह उनको काट देता है“

फैली हुई डालियों को तोड़-तोड़कर अलग फेंक देगा।

अगर किसान देखता है कि टहनीया बहुत बड गयी है और सारी दाख की बारी फल नही ला रही तो वह उनको काट कर फेंक देता है।