hi_tn/isa/17/06.md

2.0 KiB

सामान्‍य जानकारी

यह कटाई के बाद एक खेत के साथ इस्राएल के राष्ट्र की तुलना करना जारी रखता है।

झाड़ते समय कुछ फल रह जाते हैं,

“झाड़ते” शब्‍द इस्राएल में अभी भी रहने वाले लोगो को दर्शाता है। “पर इस्राएल मे कुछ ही लोग बचेंगै।”

जैसे जैतून वृक्ष के झाड़ते समय

“जैसे के कुछ ही जैतून पेड़ पर बचते थे उनको झाड़ने के बाद”

चार-पाँच

चार-पाँच जैतून

परमेश्‍वर यहोवा की यही वाणी है

“यहोवा परमेश्‍वर ने ठाना है”

मनुष्य अपने कर्ता की ओर दृष्टि करेगा...इस्राएल के पवित्र की ओर लगी रहेंगी

: “मनुष्य अपने बनाने वाले से आशा करेगे कि, इस्राएल का पवित्र जन , उनकी मदद करेगा”

मनुष्य दृष्टि करेगा

सामान्‍य रूप में “मनुष्य“ शब्‍द आम लोगो को दर्शाता है। “लोग दृष्टि करेगा“

उसकी आँखें लगी रहेंगी

यहा “आँखें“ देखने वाले लोगो को दर्शाती है। “लोग देखेगे”

इस्राएल के पवित्र

“यहोवा परमेश्‍वर”