hi_tn/isa/14/03.md

994 B

तेरे सन्ताप और घबराहट से,

"उन चीजों से जिनके कारण तेरा सन्‍ताप बड़ जाता हैं"

“परिश्रम करानेवाला कैसा नाश हो गया है,

"अत्याचारी का अंत हो गया है।"

सुनहले मन्दिरों से भरी नगरी कैसी नाश हो गई है!

"कैसे अभिमानपूर्ण रोष समाप्त हो गया है" या "उसका गर्व और रोष समाप्त हो गया है"

सुनहले मन्दिरों से भरी नगरी कैसी नाश हो गई है!

"उसकी क्रूरता समाप्त हो गई" या "वह अब लोगों पर अत्याचार नहीं कर सकता"