hi_tn/isa/11/06.md

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सामान्‍य जानकारी

यशायाह वर्नण कर रहा है कि यह संसार कैसा होगा जब राजा राज्‍य करेगा। यहाँ पर संसार में पूरी तरह शाँन्ती‍ होगी। यह शाँन्‍ती जानवरों में भी होगी। जानवर जो आमतोर पर लोगो को मार देते है, वह उनको नही मारेंगे, वह सब एक साथ सूर्क्षित रहेंगे।”

भेड़िया....चीता...जवान सिंह...रीछनी....सिंह

: “भेड़िया....चीता... जवान सिंह...रीछनी....सिंह“

भेड़ के बच्चे ...बकरी के बच्चे ...बछड़ा...पाला पोसा हुआ बैल...गाय... बैल

सामान्‍य रूप में यह वायक्‍यांश जानवरो को‍ दर्शाते है, ना कि किसी खास भेड़ के बच्चे या बकरी के बच्चे को। यह वो जानवर है जो घास खाते है, दूसरे जानवर कभी-कभी इन पर हमला करते हे और इन्‍हें खा जाते है। “भेड़ के बच्चे ...बकरी के बच्चे ...बछड़ा...पाला पोसा हुआ बैल...गाय... बैल“

चीता

एक बड़ी बिली काले धब्‍बे और पीली धारीयों वाली जो दूसरे जानवरो को मार कर खा जाती है।

बछड़ा और जवान सिंह और पाला पोसा हुआ बैल तीनों इकट्ठे रहेंगे

इस वाक्‍यांश में “रहेंगे” शब्‍द साफ जाहिर है। “बछड़ा और जवान सिंह और पाला पोसा हुआ बैल सब इकट्ठे रहेंगे“

रीछनी

एक बहुत बडा जानवर घने बाल और तीखे पंजो के साथ जो दूसरे जानवरो को मारता है और खा जाता है।

एक छोटा लड़का उनकी अगुआई करेगा।

एक छोटा बच्‍चा उन्हे संभालेगा और उनको पानी पीने के लिऐ अच्‍छी जगह और घास खाने ले जाऐगा।

मिलकर चरेंगी*

“मिलकर घास खांऐगे”

उनके बच्चे

यह जानवरो के नव जन्में बच्‍चो को दर्शाता है