hi_tn/isa/11/03.md

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जोड़ने वाला वाक्‍या

यशायाह लगातार राजा वर्नण करना जारी रखता है।

वह आँखो देखा न्याय न करेगा

"वह किसी व्यक्ति को यह देखकर न्याय नहीं करेगा कि वह व्यक्ति कैसा दिखता है"

न अपने कानों के सुनने के अनुसार निर्णय करेगा;

"और वह किसी व्यक्ति को केवल यह सुनकर न्याय नहीं करेगा कि दूसरे उसके बारे में क्या कहते हैं"

कंगालों का ...नम्र लोगों का...दुष्ट को

“गरीब लोग, नम्र लोग, दुष्‍ट लोग”

वह पृथ्वी को अपने वचन के सोंटे से मारेगा, और अपने फूँक के झोंके से दुष्ट को मिटा डालेगा।

इन दोनो वाक्‍यांशों का एक ही अर्थ है।

वह पृथ्वी को अपने वचन के सोंटे से मारेगा,

“वह प्रथ्‍वी के लोगो का न्‍याय करेगा, और उनको सजा देगा।”

अपने फूँक के झोंके से दुष्ट को मिटा डालेगा।

“वह दुष्‍ट लोगो का न्‍याय करेगा और उनको मार ढालेगा”

उसकी कटि का फेंटा धार्मिकता और उसकी कमर का फेंटा सच्चाई होगी।

संभव अर्थ हैं १)फेंटे का इस्तेमाल कपड़ो को संभालने के लिए किया जाता है ताकि वह काम कर सके, २) फेंटा एक अंदरूनी कपड़े है, ३) फेंटी एक कमरबंद है जो कि राजा अधीकार को दीखाने के लिए पहनता है”

उसकी कटि का फेंटा धार्मिकता

“वह धार्मिकता से राज्‍य करेगा”

उसकी कमर का फेंटा सच्चाई होगी

“सच्‍चाई उसकी कमर की फेंटी होगी”

उसकी कमर का फेंटा सच्चाई होगी

“वह धार्मिकता से राज्‍य करेगा”