hi_tn/isa/09/18.md

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क्योंकि दुष्टता आग के समान धधकती है, वह ऊँटकटारों और काँटों को भस्म करती है, वरन् वह घने वन की झाड़ियों में आग लगाती है

लोगो के बुरे कामों इस तरह कहा गया है जैसे कि कोई हानिकारक आग हो। यह आग ऊँटकटारो और काँटो को भी जला देती है, पौधे जो उस सथान में उगते है यहाँ पर अब कोई ईन्सान नही रहता, और “ गहरा जंगल” यहाँ पर कभी कोई नही रहा, क्‍योकि इसको पहले से ही तबाह कर दिया गया है, स्थान जहाँ पर लोग रहा करते थे।

ऊँटकटारों और काँटों को

"कंटीली झाड़ियां"

सेनाओं के यहोवा के रोष के मारे यह देश जलाया गया है,

“आग कि तरह जो धरती को जला कर राख कर देता है, तीव्र आग इस्राएल के लोगो को तबाह कर देगी।”

आपस में एक-दूसरे से दया का व्यवहार नहीं करते।

“दूसरो को छूड़ाने के लिए किसी ने मदद के लिए कुछ भी नही किया”