hi_tn/isa/06/08.md

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सामन्‍य जानकारी

यशायाह लगातार अपने दर्शन का उल्‍लेख कर रहा है।

प्रभु का यह वचन सुना

“प्रभु कहता है”

मैं किस को भेजूँ,

"मैं अपने लोगों के लिए किसके पास दूत भेजूंगा"

हमारी ओर से कौन जाएगा?

यह लगता है कि “हमारी” यहोवा और उसके सर्वगीऐ सदस्‍या को बताता है।

इन लोगों

"इजरायल के लोग"

सुनते ही रहो, परन्तु न समझो; देखते ही रहो, परन्तु न बूझो।’

“तुम सुनोगे, पर यहोवा तुम्हें समझने नही देगा; तुम ध्‍यान से देखोगे ,पर यहोवा तुम्हें समझने नही देगा” “

सुनते ही रहो, परन्तु न समझो; देखते ही रहो, परन्तु न बूझो।’

“ इसका यह मतलब है कि यहोवा के सन्‍देश को सुनो पर समझो नही; देखो यहोवा क्या कर रहा है, पर एहसास नही होगा कि इसका क्या अर्थ है”