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प्रभु को बहुत ही ऊँचे सिंहासन पर विराजमान देखा;

शब्‍द “ऊपर करना” और “ऊँचा“ इस बात पर जोर देता है कि सिंहसन बहुत ऊँचा है और आस पास में सबसे ऊपर। सिंहसन की उचाई यह बताता हे कि प्रभू कितना महान और शक्तीशाली है।

मन्दिर भर गया

“मन्दिर भर गया” यहा पर मन्‍दिर के लिए इसतेमाल किया गया शब्‍द अकसर राजा के महिल के लिए इस्तेमाल किया जाता था।

उससे ऊँचे पर साराप दिखाई दिए;

“सारापिम ” शब्‍द साराप का बहुवचन है। इसका मतलब कि प्रभू सिंहासन पर विराजमान है और सारापीम खड़े है या सेवा में तत्पर प्रभू के नजदीक उड़ रहे है।

साराप

यह शब्‍द जताता हे कि जीवों कि तेजस्‍वी दिखते है या सांपो कि जैसे लगते है। क्योकि यह हम नही जानते कि असल में “सारापीम“ का अर्थ क्या है, आप इसका अनुवाद “परों वाले जीव“ के साथ कर सकते है और “परों वाली जीवत चीजें“ और आप अपनी भाषा में किसी और शब्‍द में कर सकते है।

उनके छः-छः पंख थे;

“हर एक साराप के छे पंख थे” और “ हर जीव के छे पंख थे”

दो पंखों से वे अपने मुँह को ढाँपे थे* और दो से अपने पाँवों को, और दो से उड़ रहे थे।

“पंख“ और “सारापी“ समझ लिया है। “अपने दो पंखो से हर सारापी ने अपना चेहरा ढका है, और दो पंखो से अपने पैरो को ढका और दो पंखो से वे उड़ रहे है”